अघोर क्या है ?
llआदेश ll अघोर क्या है ? ❣❣❣❣❣❣❣❣❣ अघोर जिसे कोई डर ना हो जेसे, एक बच्चा या शिशु l जेसे एक बच्चे की देखभाल उनके माता-पिता करते है उसी प्रकार एक अघोरी पर हमेशा महाकाली -महाकाल (काली शिव की शक्ति है l) की नज़र रहती है वो अपने बच्चे का ध्यान रखते है पर सबसे कठिन है वो बच्चा बनना जो सच्चा अघोरी हो सके संसार के सार को समझ सके और खुद को अपने असली माँ-बाप के हवाले कर निश्चिंत हो सके l अब बात.आती है वो बच्चा केसे बना जाए ? जिस तरह हर धर्म और कार्यशाला केअपने नियम होते है और उनका पालन करके ही उसे आत्मसात किया जा सकता है वेसे ही अघोर के भी नियम होते है l जेसे :- किसी भी वस्तु व्यक्ति और जीव मे कोई भेद नही करना सब अच्छा है कुछ बुरा या त्याज्य नही होता जो संसार के लिए हीन और बेकार है उसे भी अघोरी उतना ही महत्वपूर्ण मानता है जितना कि बाकि सब चिजे अघोरी के लिए दिन-रात सुंदर-कुरुप स्त्री-पुरुष महल-झोन्पडी और इसी तरह बाकी चिजो मे भी कोइ फर्क नही होता वो हर जगह मस्त रहता है अपने ईष्ट मे l अघोर मे एक स्त्री का भी उतना ही महत्व है वो बात अलग है कि कुछ धुर्तो ने अघोर मे स्त्री को बदनाम कर रखा है