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Showing posts from December, 2017

शाकाहार या मांसाहार

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शाकाहार या मांसाहार दिल्ली से इक जहाज उङा  मंजिल थी जाम्बिया, साउथ अफ्रीका  थे यात्री अनेक और हम भी उसके यात्री थे एक प्रवेश द्वार पर  रोजी ने किया स्वागत   और  उसे देखते हुए दो बार खा कर ठोकर  हम अपनी कुर्सी पेटीका में जा बंधे अगल में देखा तो शुक्ला जी, येऽऽऽऽ लम्बा तिलक लगाये और बगल में देखा तो डाक्टर अहसान अली, लम्बीऽऽऽ सी दाढी लिए तशरीफ फैलाये पसरे थे हम दोनों कि तरफ मुस्काये  और जहाज जो हमारी मुस्कान के ही इंतजार में था हवा में हो लिया......  थोड़ी देर में रोजी आयी और हमनें शाकाहारी भोजन आर्डर किया  तो  शुक्ला जी व्यंगित मुस्कान दे कर बोले  क्या सिर्फ घास ही खाते हो मैंने मुस्कुरा कर कहा जी, मुझे लाश खाने का शौक नहीं है  ये सुनते ही  क्या शुक्ला जी, क्या अहसान मिंया और क्या रोजी डार्लिंग  सब के सब, मुझ पर लाल हो लिए अली भाई बोले, क्या कहना चाहते हो हम बोले...  मियां, मरे हुए शरीर को  अपने यहां तो लाश ही कहते हैं  बाकि जो समझना हो, समझ लो और अपन ने तो, ये ही जाना है  कि लाश को कब्रिस्तान में  और  भोजन प्रसाद को जिव्हा पर सजना चाहिए तो डाक्टर सा

शाकाहार पर दोहे

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शाकाहार पर कुछ दोहे - शाकाहार- शाकाहार -शाकाहार- शाकाहार (१) बंद करो ये लहूधार का , जीवन का व्यापार  मूक पशू की पीड़ा समझो,अपनाओ शाकाहार  शाकाहार(२) अरे मनुज ने मानवता तज , पशुता का यह मार्ग चुना  नीच कर्म यह महापाप है , सब पापों से कई गुना  शाकाहार(३) दर दर भटके शांति खोजता , मानवता के नारों में  उलझा तीन टके के पीछे , पशू बध के व्यापारों में  शाकाहार(४) कहाँ शुकून मिलेगा हमको,जब हर घर में चित्कार है  लाल लहू से जीभ रंगी है , अरु हाथों में तलवार है  शाकाहार(५) चोट यदि मुन्ने को लगती , तब कितनी पीड़ा होती है  क्यों कोई फर्क नहीं पड़ता,जब बकरे की अम्मा रोती है  शाकाहार(६) कई माओं की छिपी व्यथा है,तेरी षटरस थाली में  कई बधों की लिखी कथा , तेरे होटों की लाली में  शाकाहार (७) मंदिर में पूजे गोमाता , कब घर में आदर पाती है  दूध पिलाना बंद करे तो , गाय कतल की जाती है  शाकाहार(८) आज यदि पशू रोता है तो , कल तेरी भी बारी है  इन तलबारों की धारों की , नहीं किसी से यारी है  शाकाहार(९) अरे पशू की छोड़ो चिंता , अब अपनी ही बात करो रहे नहीं जो यदी काम के ,वे बोलेंगे अपघात कर

शनिदेव की आरती

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🍃🌸🚩श्री शनिदेव की आरती 🚩🌸🍃 जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी॥ जय जय श्री शनिदेव... श्याम अंग वक्र-दृ‍ष्टि चतुर्भुजा धारी। निलाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय जय श्री शनिदेव... क्रीट मुकुट शीश सहज दिपत है लिलारी। मुक्तन की माल गले शोभित बलिहारी॥ जय जय श्री शनिदेव... मोदक और मिष्ठान चढ़े, चढ़ती पान सुपारी। लोहा, तिल, तेल, उड़द महिषी है अति प्यारी॥ जय जय श्री शनिदेव... देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी। विश्वनाथ धरत ध्यान हम हैं शरण तुम्हारी॥ जय जय श्री शनिदेव... 🚩ॐ शनिश्चराय नमोनमः🚩 #आरती #मंत्र #आर्यवर्त

तुलशी मंत्र एवम तुलशी स्तोत्र

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तुलसी मंत्र एवंम तुलसी स्त्रोत्र तुलसी को हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है। पुराणों के अनुसार जिस घर के आंगन में तुलसी होती है वहां कभी अकाल मृत्यु या शोक नहीं होता है। माना जाता है कि तुलसी के प्रतिदिन दर्शन और पूजन करने से पाप नष्ट हो जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु जी की पूजा में तुलसी का सर्वाधिक प्रयोग होता है। तुलसी जी की पूजा में निम्न मंत्रों का प्रयोग कर जातक अधिक फल पा सकते हैं:  तुलसी पूजा के मंत्र (Tulsi Puja Mantra) तुलसी जी को जल चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए- महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।। Tulsi ko jal chadhate samaye is mantra ka jaap krna chahiye- Mahaprasada janani, sarva saubhagyavardhini Aadhi vyadhi hara nityam, tulasi tvam namostute ************************************************************** इस मंत्र द्वारा तुलसी जी का ध्यान करना चाहिए - देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। Is mantra dvara tulsi ji ka dhayan krna c

🌱तुलसी पूजा विधि🌱

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🌾तुलसी पुजा कि हार्दिक शुभकामनाएं🌾 🌱तुलसी पूजा विधि🌱 🍂कैसे करे तुलसी जी की पूजा!!!!🍂 सबसे पहले माँ तुलसी जी को नमन करे | यह आपके घर की रक्षक है | अब लोटे से जल चढ़ाये और मंत्र पढ़े : “महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी , आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।” इसके बाद उन्हें सिंदूर और हल्दी चढ़ाये | यह उनका श्रंगार है | अब तुलसी जी की पूजा के लिए घी का दीपक जलाये और शालिग्राम और वृंदा देवी को याद करके उनकी जय जयकार करे | अब धुप अगरबत्ती जलाये और माँ तुलसी की आरती करे । अब घर और परिवार के सदस्यों के लिए अच्छे भाग्य की विनती करे | 🍃पूजन से जुड़े नियम🍃 रविवार को तुलसी जी को नही तोड़े ना ही जल डाले | रोज पूजा करे | जब भी तुलसी जी के पत्ते तोड़े पहले ताली बजाये फिर क्षमा मांगे और फिर तोड़े | कभी तुलसी जी के पौधे को सूखने ना दे | जो भी भोग आप देवी देवताओ के निकालते है उनमे तुलसी दल जरुर रखे | गणेश जी और शिव जी की पूजा में तुलसी काम में नही ले | 🍁जय माँ तुलशी🍁 #आर्यवर्त #ज्ञानवर्षा #तुलशी