संस्कृत श्लोक
#संस्कृत_श्लोक ••••••••••••••••••• #सँजोकर_रखने_लायक_लेख!!!!! पाठक व्रंद आपके लिए संस्कृत के कुछ श्लोक हिन्दी अर्थ के साथ पाठकों की रुचि के अनुरूप पलब्ध कराने का प्रयास किया है। यदि आप भी समें कोई श्लोक जोड़ना चाहें तो आपका स्वागत है। सभी से प्राथना है ,अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी या संस्कृत को वरीयता दें लेख लम्बा है ,संजोकर रखें / विवाह के अवसर पर राजेश-ऋचा विवाह अनुबन्धम्। शुभं भवतु ॠषि कृत प्राचीन प्रबन्धम्।। प्राचीन भारतीय ॠषियों द्वारा अनुप्रणीत सामाजिक प्रबन्धन के अनुसार विशेष और स्नेहा का विवाह शुभ और कल्याण प्रद हो। (इसमें राजेश-ऋचा की जगह नवविवाहित जोड़े का नाम दिया जा सकता है) खलु भवेत् नव युगल जीवने सत्यं ज्ञान प्रकाशः। वर्धयेन्नित्यं परस्परं प्रेम त्याग विश्वासः। काम क्रोध लोभ संमोहाः प्रमुच्येत् भव बन्धम्।। हम परमपिता ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि नव दम्पति का जीवन सदैव सत्य और ज्ञान के प्रकाश से परिपूर्ण हो और दोनों में दिन-प्रतिदिन परस्पर प्रेम त्याग और विश्वास बढ़ता रहे। आप काम क्रोध लोभ मोह आदि बन्धनों से मुक्त होकर अपने जीवन के रम लक्ष्य को प्राप्त करें। इहेमाविन्